Village Bhabhi Hot Sex Kahani दोस्त के घर पर अजीब मज़ा
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम हारून है और में जम्मू का रहने वाला हूँ. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है, लेकिन में आपकी तरह बहुत समय से इसकी सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ और में उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को मेरी यह कहानी बहुत अच्छी लगेगी, क्योंकि यह कोई कहानी नहीं बल्कि यह मेरी एक सच्ची घटना है और जो कुछ समय पहले मेरे साथ घटित हुई.
दोस्तों में एक अच्छे परिवार से हूँ और में जम्मू शहर में रहता हूँ. मेरे पापा एक बिजनसमेन है और मेरी माँ यहीं के एक सरकारी स्कूल में लेक्चरार है, मेरे एक छोटी बहन है जो अभी स्कूल में अपनी पढ़ाई कर रही है और एक छोटा भाई है और वो भी उसके साथ स्कूल जाता है और में अपनी पढ़ाई एक सरकारी कॉलेज में कर रहा हूँ, जिसमे में अभी बी.कॉम के 3rd साल में हूँ और अब में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ और आप सभी को पूरे विस्तार से उस घटना को बताता हूँ.
दोस्तों में जब कॉलेज के 2nd साल में अपनी पढ़ाई कर रहा था तो उसी समय मेरी एक लड़के से दोस्ती हुई, जो धीरे धीरे बहुत हद तक बढ़ गई, उसका नाम फरहान था. हम दोनों बहुत ही कम समय में एक बहुत अच्छे दोस्त बन गये और फिर हम दोनों कॉलेज में एक साथ रहते थे. फिर एक दिन ऐसा हुआ कि फरहान का फोन गुम हो गया और वो बहुत उदास था. फिर मैंने उससे कहा कि चलो यार अब ज्यादा उदास मत हो, यह सब तो होता रहता है और फिर मैंने उसको दूसरे दिन अपने घर से लाकर एक सेल फोन उसे दे दिया, क्योंकि उस समय मेरे पास एक एक्सट्रा फोन था और इस तरह उसको मुझ पर और भी ज़्यादा भरोसा होने लगा और ऐसे ही दिन गुज़रते चले गये.
फिर सर्दियो में फरहान की बड़ी बहन की शादी थी तो उसने मुझे भी शादी में अपने घर पर बुलाया और जब में उनके घर पर गया. फिर मैंने भी फरहान की बहन की शादी के कामों में उसकी बहुत मदद करवाई और खाना खाकर मुझसे फरहान ने उसके रूम में जाने के लिए बोला. उसने मुझसे कहा कि तुम अब थोड़ा आराम कर लो, क्योंकि हम दोनों काम करके बहुत थक चुके थे.
फिर में उसके कमरे में गया और में जब उसके बेड पर लेटा हुआ था और मोबाइल के साथ खेलने लगा तो थोड़ी देर बाद एक लड़की अंदर आई और उसको वहां से कोई चीज लेनी थी और फिर वो लेकर चली गयी, लेकिन मैंने उस लड़की की तरफ ज़्यादा रूचि नहीं दिखाई और अपने मोबाइल के साथ खेलता रहा और करीब 10-15 मिनट के बाद में सो गया, लेकिन में अभी भी गहरी नींद में नहीं था और उस समय कमरे की लाईट बंद थी, लेकिन मुझे अभी नींद नहीं आई थी.
फरहान ने दरवाज़ा खोला और मुझसे कहा कि हारून क्या अभी से सो गये? फिर मैंने कहा कि हाँ यार में सो गया हूँ. फिर उसने कहा कि ठीक है, में कल सुबह तुमको जगा दूंगा और अब में बाहर के कुछ काम देखने जा रहा हूँ. फिर मैंने कहा कि ठीक है यार और फिर वो चला गया. फिर कुछ ही देर बाद किसी ने फिर से दरवाज़ा खोलकर कमरे की लाईट चालू की और जब मैंने देखा तो यह वही लड़की थी. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ और आपको क्या चाहिए? और आप कौन हो?
वो बोली कि में तुम्हारे दोस्त की बहन हूँ. दोस्तों वो फरहान की छोटी बहन थी, लेकिन वो क्या माल थी? में तो उसे बातों ही बातों में नीचे से ऊपर तक घूरता रहा और फिर मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने कहा कि मेरा नाम सबिया है. वो एकदम टाईट जीन्स और लाल कलर का टॉप पहने हुई थी और उन कपड़ो में वो बहुत सेक्सी दिख रही थी, वैसे वो दिखने में बहुत खुबसूरत थी, मेरी नजरे उसके ऊपर से हटने को तैयार नहीं थी और में उसको घूरता रहा.
उसने मुझसे कहा कि क्या आप डांस नहीं करोगे? मैंने झट से कहा कि नहीं, मुझे डांस करना नहीं आता. फिर वो बोली कि चलो उठो में आपको सिखाती हूँ और फिर मैंने एकदम सही मौके को पाकर कहा कि नहीं पहले तुम मुझे यहाँ पर इस कमरे में सिखाओ और फिर उसके बाद में पार्टी में जाऊंगा तो वो नहीं मानी और उसने मेरा हाथ पकड़कर मुझे खींच लिया और में जानबूझ कर खुद उसकी तरफ गया, जैसे कि उसी ने ही मुझे खींचा हो और उसकी छाती से लिपट गया.
वो हँसने लगी और कहा कि चलो अब बाहर डांस पार्टी में. फिर मैंने कहा कि नहीं पहले हम यहाँ पर करेंगे. फिर बाहर में पार्टी में जाएगें और अब वो मान गई. फिर उसने मुझसे आँखों में आंखे डालकर कहा कि चलो अब डांस करने के लिए तैयार हो जाओ. फिर मैंने कहा कि नहीं पहले दरवाजा तो बंद करो. फिर वो बोली कि लो बाबा चलो अब मैंने दरवाजा भी बंद किया, क्या अब शुरू करें? तो मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन मुझे अपने हाथों से पकड़कर डांस सिखाना, क्योंकि में कुछ भी नहीं जानता हूँ.
फिर उसने अपना एक हाथ मेरी कमर पर सटा दिया और दूसरा हाथ मेरे हाथ में रखकर मुझे गोल गोल घूमाने लगी, में गरम हो गया और मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया और फिर मैंने कुछ सोचकर उस मौके का फायदा उठाते हुए उसकी कमर को पकड़कर उसको अपनी छाती से लगा लिया और अब में उसको छूने लगा, लेकिन वो कुछ नहीं बोली बस मेरी आखों में लगातार देखकर शरारती हंसी हंसती रही. फिर मेरी हिम्मत और भी बढ़ गई और में उसका चेहरा पकड़कर उसके गालों पर किस करने लगा और अपने एक हाथ से उसके चूतड़ दबाने लगा.
उसकी साँसे तेज़ हो गयी और में अपना काम करता रहा और अब मैंने उसको अपने हाथ से इशारा करके साईड में बुलाया और फिर मैंने उसको बेड पर लेटा दिया. फिर उसने मुझे बिना कुछ कहे मेरी शर्ट को उतार दिया और मेरी पेंट को भी खोलकर उतार दिया. फिर में भी उसके कपड़े उतारकर उसको लिप किस करने लगा और अब में उसके बूब्स को भी ज़ोर ज़ोर से दबाता रहा और वो इतनी हॉट हो गई कि उसने कहा कि जानू मुझे जल्दी से चोद डालो ना प्लीज जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डाल दो.
फिर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ को डालकर चूसना शुरू किया और फिर मैंने कुछ ही देर उसकी चूत को चूसा. फिर मैंने अपने लंड को थूक से गीला कर दिया और उसकी चूत में डालना शुरू किया. मेरे लंड से चूत पर ज़ोर लगने से वो एकदम चीखने चिल्लाने लगी उूईईईईईइई माँ मर गई आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह प्लीज, अब इसे बाहर निकाल दो, यह तो बहुत बड़ा है उह्ह्ह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन में नहीं माना और उसकी छटपटाती चूत पर लगातार झटके मारता रहा जब तक कि पूरा लंड उसकी चूत में नहीं भर दिया और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई तो मैंने उसके होंठ अपने हाथों से दबाकर उसको ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर लगातार चोदता रहा, उसकी चूत अब थक सी गई थी, क्योंकि में कब से अपना तना हुआ लंड उसकी चूत में धक्के देकर ठोक रहा था और अब उसकी चूत से सफेद कलर के झाग आना शुरू हो गए थे और अब करीब बीस मिनट के बाद उसने कहा कि चल जानू अपना माल मेरी चूत में ही डाल दो और में कुछ धक्के मारकर उसकी चूत में ही झड़ गया, उसने तभी अपनी चूत को और टाईट किया और मेरा पूरा माल अपनी चूत के अंदर भर लिया और में पूरा नंगा ही उसके ऊपर लेटा रह.
दोस्तों में एक अच्छे परिवार से हूँ और में जम्मू शहर में रहता हूँ. मेरे पापा एक बिजनसमेन है और मेरी माँ यहीं के एक सरकारी स्कूल में लेक्चरार है, मेरे एक छोटी बहन है जो अभी स्कूल में अपनी पढ़ाई कर रही है और एक छोटा भाई है और वो भी उसके साथ स्कूल जाता है और में अपनी पढ़ाई एक सरकारी कॉलेज में कर रहा हूँ, जिसमे में अभी बी.कॉम के 3rd साल में हूँ और अब में सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ और आप सभी को पूरे विस्तार से उस घटना को बताता हूँ.
दोस्तों में जब कॉलेज के 2nd साल में अपनी पढ़ाई कर रहा था तो उसी समय मेरी एक लड़के से दोस्ती हुई, जो धीरे धीरे बहुत हद तक बढ़ गई, उसका नाम फरहान था. हम दोनों बहुत ही कम समय में एक बहुत अच्छे दोस्त बन गये और फिर हम दोनों कॉलेज में एक साथ रहते थे. फिर एक दिन ऐसा हुआ कि फरहान का फोन गुम हो गया और वो बहुत उदास था. फिर मैंने उससे कहा कि चलो यार अब ज्यादा उदास मत हो, यह सब तो होता रहता है और फिर मैंने उसको दूसरे दिन अपने घर से लाकर एक सेल फोन उसे दे दिया, क्योंकि उस समय मेरे पास एक एक्सट्रा फोन था और इस तरह उसको मुझ पर और भी ज़्यादा भरोसा होने लगा और ऐसे ही दिन गुज़रते चले गये.
फिर सर्दियो में फरहान की बड़ी बहन की शादी थी तो उसने मुझे भी शादी में अपने घर पर बुलाया और जब में उनके घर पर गया. फिर मैंने भी फरहान की बहन की शादी के कामों में उसकी बहुत मदद करवाई और खाना खाकर मुझसे फरहान ने उसके रूम में जाने के लिए बोला. उसने मुझसे कहा कि तुम अब थोड़ा आराम कर लो, क्योंकि हम दोनों काम करके बहुत थक चुके थे.
फिर में उसके कमरे में गया और में जब उसके बेड पर लेटा हुआ था और मोबाइल के साथ खेलने लगा तो थोड़ी देर बाद एक लड़की अंदर आई और उसको वहां से कोई चीज लेनी थी और फिर वो लेकर चली गयी, लेकिन मैंने उस लड़की की तरफ ज़्यादा रूचि नहीं दिखाई और अपने मोबाइल के साथ खेलता रहा और करीब 10-15 मिनट के बाद में सो गया, लेकिन में अभी भी गहरी नींद में नहीं था और उस समय कमरे की लाईट बंद थी, लेकिन मुझे अभी नींद नहीं आई थी.
फरहान ने दरवाज़ा खोला और मुझसे कहा कि हारून क्या अभी से सो गये? फिर मैंने कहा कि हाँ यार में सो गया हूँ. फिर उसने कहा कि ठीक है, में कल सुबह तुमको जगा दूंगा और अब में बाहर के कुछ काम देखने जा रहा हूँ. फिर मैंने कहा कि ठीक है यार और फिर वो चला गया. फिर कुछ ही देर बाद किसी ने फिर से दरवाज़ा खोलकर कमरे की लाईट चालू की और जब मैंने देखा तो यह वही लड़की थी. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ और आपको क्या चाहिए? और आप कौन हो?
वो बोली कि में तुम्हारे दोस्त की बहन हूँ. दोस्तों वो फरहान की छोटी बहन थी, लेकिन वो क्या माल थी? में तो उसे बातों ही बातों में नीचे से ऊपर तक घूरता रहा और फिर मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने कहा कि मेरा नाम सबिया है. वो एकदम टाईट जीन्स और लाल कलर का टॉप पहने हुई थी और उन कपड़ो में वो बहुत सेक्सी दिख रही थी, वैसे वो दिखने में बहुत खुबसूरत थी, मेरी नजरे उसके ऊपर से हटने को तैयार नहीं थी और में उसको घूरता रहा.
उसने मुझसे कहा कि क्या आप डांस नहीं करोगे? मैंने झट से कहा कि नहीं, मुझे डांस करना नहीं आता. फिर वो बोली कि चलो उठो में आपको सिखाती हूँ और फिर मैंने एकदम सही मौके को पाकर कहा कि नहीं पहले तुम मुझे यहाँ पर इस कमरे में सिखाओ और फिर उसके बाद में पार्टी में जाऊंगा तो वो नहीं मानी और उसने मेरा हाथ पकड़कर मुझे खींच लिया और में जानबूझ कर खुद उसकी तरफ गया, जैसे कि उसी ने ही मुझे खींचा हो और उसकी छाती से लिपट गया.
वो हँसने लगी और कहा कि चलो अब बाहर डांस पार्टी में. फिर मैंने कहा कि नहीं पहले हम यहाँ पर करेंगे. फिर बाहर में पार्टी में जाएगें और अब वो मान गई. फिर उसने मुझसे आँखों में आंखे डालकर कहा कि चलो अब डांस करने के लिए तैयार हो जाओ. फिर मैंने कहा कि नहीं पहले दरवाजा तो बंद करो. फिर वो बोली कि लो बाबा चलो अब मैंने दरवाजा भी बंद किया, क्या अब शुरू करें? तो मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन मुझे अपने हाथों से पकड़कर डांस सिखाना, क्योंकि में कुछ भी नहीं जानता हूँ.
फिर उसने अपना एक हाथ मेरी कमर पर सटा दिया और दूसरा हाथ मेरे हाथ में रखकर मुझे गोल गोल घूमाने लगी, में गरम हो गया और मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया और फिर मैंने कुछ सोचकर उस मौके का फायदा उठाते हुए उसकी कमर को पकड़कर उसको अपनी छाती से लगा लिया और अब में उसको छूने लगा, लेकिन वो कुछ नहीं बोली बस मेरी आखों में लगातार देखकर शरारती हंसी हंसती रही. फिर मेरी हिम्मत और भी बढ़ गई और में उसका चेहरा पकड़कर उसके गालों पर किस करने लगा और अपने एक हाथ से उसके चूतड़ दबाने लगा.
उसकी साँसे तेज़ हो गयी और में अपना काम करता रहा और अब मैंने उसको अपने हाथ से इशारा करके साईड में बुलाया और फिर मैंने उसको बेड पर लेटा दिया. फिर उसने मुझे बिना कुछ कहे मेरी शर्ट को उतार दिया और मेरी पेंट को भी खोलकर उतार दिया. फिर में भी उसके कपड़े उतारकर उसको लिप किस करने लगा और अब में उसके बूब्स को भी ज़ोर ज़ोर से दबाता रहा और वो इतनी हॉट हो गई कि उसने कहा कि जानू मुझे जल्दी से चोद डालो ना प्लीज जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डाल दो.
फिर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ को डालकर चूसना शुरू किया और फिर मैंने कुछ ही देर उसकी चूत को चूसा. फिर मैंने अपने लंड को थूक से गीला कर दिया और उसकी चूत में डालना शुरू किया. मेरे लंड से चूत पर ज़ोर लगने से वो एकदम चीखने चिल्लाने लगी उूईईईईईइई माँ मर गई आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह प्लीज, अब इसे बाहर निकाल दो, यह तो बहुत बड़ा है उह्ह्ह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन में नहीं माना और उसकी छटपटाती चूत पर लगातार झटके मारता रहा जब तक कि पूरा लंड उसकी चूत में नहीं भर दिया और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई तो मैंने उसके होंठ अपने हाथों से दबाकर उसको ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर लगातार चोदता रहा, उसकी चूत अब थक सी गई थी, क्योंकि में कब से अपना तना हुआ लंड उसकी चूत में धक्के देकर ठोक रहा था और अब उसकी चूत से सफेद कलर के झाग आना शुरू हो गए थे और अब करीब बीस मिनट के बाद उसने कहा कि चल जानू अपना माल मेरी चूत में ही डाल दो और में कुछ धक्के मारकर उसकी चूत में ही झड़ गया, उसने तभी अपनी चूत को और टाईट किया और मेरा पूरा माल अपनी चूत के अंदर भर लिया और में पूरा नंगा ही उसके ऊपर लेटा रह.