Bua Gand Chudai ससुराल में हुई सेक्स परीक्षाा
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अतुल है और मेरी उम्र 20 साल है. में अंबाला हरियाणा का रहने वाला हूँ, मेरा कलर गोरा है, मेरी लम्बाई 5 फुट 8 इंच और स्मार्ट पंजाबी बॉय हूँ. यह मेरा पहला सेक्स अनुभव है और ये बिल्कुल सच्ची घटना है. ये कहानी थोड़ी बड़ी है तो में आशा करता हूँ कि आप इस कहानी का आनंद लोगे. राहुल मेरा बहुत अच्छा दोस्त है और मेरा क्लासमेट है इसलिए मेरा उनके घर हमेशा आना जाना था और में उनके परिवार के सदस्यों की तरह था, तो में उनके परिवार के हर प्रोग्राम में शामिल होता था.
राहुल की माँ का नाम सोहिनी है. वो बहुत ही सेक्सी लेडी थी, इतनी खूबसुरत की नूर उसके बदन के हर हिस्से से टपकता था, उनका गोरा रंग, काले-काले बाल और बालों की लटे जो उसके चेहरे पर थी, उससे तो वो और भी खूबसूरत और सेक्सी लगती थी. वो अपने शरीर की फिटनेस का काफ़ी ख्याल रखती थी. वो 45 साल की उम्र में भी 35 साल से ज़्यादा की नहीं लगती थी, उनका फिगर 36-30-36 था और कद 5 फुट 5 इंच था.
उनके काले-काले लम्बें सिल्क जैसे बाल जो कि उनके चूतड़ो को छूते थे तो वो उनको और भी सेक्सी बना देते थे, क्या कसा हुआ बदन, गोरा रंग, बड़े-बड़े गोलाई लिए बूब्स और सेक्सी सुंदरी के गुण भरे थे, कामदेव और रति ने उनमें सेक्स और सुंदरता भरपूर दी थी. उनके पति नेवी में सर्विस करते थे तो उनको ड्यूटी में लंबे समय के लिए जाना पड़ता था. वो करीब 6 महीने तक घर नहीं आते थे.
फिर उनको 15 दिनों की छुट्टी मिलती थी. यानी साल में दो बार वो 15 या 20 दिनों के लिए घर पर आते थे और बाकी समय आंटी अकेली रहती थी. पता नहीं उनका समय कैसे गुज़रता होगा और कैसे वो रात बिताती होगी. में हमेशा से उनकी तरफ आकर्षित होता था, तो उनसे कभी-कभी फ्लर्ट भी कर लेता था. वो बहुत ही हसीन और ख़ुशमिज़ाज किस्म की औरत थी. जब भी अंकल छुट्टियों में आते तो वो बहुत ही खुश रहती और नयी-नयी ड्रेस पहनती थी.
एक बार तो मैंने उनके चेहरे पर गहरे रंग का लाल निशान देखकर पूछ ही लिया आंटी ये क्या है? कल रात ज़रूर कोई खास बात थी क्या? तो वो बोली कि हट तू नहीं समझेगा. आंटी लो कट का ब्लाउज पहनती थी जिससे उनके बूब्स की गोलाई साफ दिखती थी. में जब भी उनसे मिलता तो उनके बूब्स और बॉडी को देखता रहता था. क्या बताऊँ? दोस्तों उनके बारे में वो बड़े-बड़े बूब्स मस्त मोटी गांड देखकर में आज भी मस्त हो जाता हूँ.
इस बार हम दोस्तों ने मिलकर एक होटल में एक न्यू ईयर पार्टी मनाने का कार्यक्रम किया, जिसमें सभी दोस्तो के घरवालों को भी बुलाया. मेरे माता-पिता आउट ऑफ स्टेशन होने के कारण नहीं आ पाये थे. हमने होटल में बड़े अच्छे ढंग से सारा डेकोरेशन किया कई तरह के गेम्स क्विज़, डांस पार्टी और खाने पीने का कार्यक्रम भी था. सभी दोस्त और उनके घरवालें सही समय पर आने लगे और में गेट पर खड़ा होकर सभी को गुलाब का फूल देकर उनका स्वागत कर रहा था.
तभी मेरे दोस्त राहुल की माँ सोहिनी आंटी गाड़ी से उतरी तो में उन्हें देखकर दंग रह गया. आज उन्होंने काली साड़ी पहनी हुई थी और लो कट स्लीव ब्लाउज, खुले बाल जो कि उनकी नंगी कमर को ढके हुए थे इन सभी से वो क्या सेक्सी लग रही थी? मैंने उनके हाथों में गुलाब का फूल देकर उनका स्वागत किया और फिर एक और फूल को उनके गाल पर छूते हुए कहा कि आपके लिए डबल वेलकम. फिर हम सभी अंदर हॉल में चले गये. थोड़ी ही देर में कार्यक्रम शरू हुआ. सबसे पहले पार्टी में गेम्स हुए, सभी ने गेम्स का आनंद लिया. में लॉटरी के एक दो गेम में उनका पार्ट्नर बना और हमने साथ में गेम खेला और गेम के बीच में कई बार मेरा और उनका बदन आपस में टकराया तो मेरे शरीर में करंट सा लगता था.
फिर पार्टी में डांस फ्लोर पर सबके पेरेंट्स और सबको सेलिब्रेशन के लिए डांस करने के लिए बुलाया तो में भी आंटी के साथ डांस फ्लोर पर चला गया और डांस करने लगा. अब मैंने आंटी के साथ फ्लर्ट करने की सोची और मैंने आंटी को ड्रिंक ऑफर किया. वो नेवी ऑफिसर की पत्नी होने के कारण कभी-कभी कार्यक्रम में ड्रिंक करती थी, मैंने उनसे कहा आज ग्रेट सेलिब्रेशन है और ड्रिंक का ग्लास उनके हाथ में दे दिया और उन्होंने पीना शुरू किया.
फिर ड्रिंक पीते वक़्त उनके होठों की अदा देखते ही बनती थी, तो आंटी ने पूछा अतुल तुम नहीं लोगे क्या? तो मैंने कहा कि में नहीं लेता. फिर उन्होंने कहा आज तो ले लो, तो में हंसकर बोला कि आंटी में आपके होठों से ही पी लूँगा जो इतने सुंदर लग रहे है और मैंने कहा में मजाक कर रहा हूँ. फिर हम साथ में डांस करने लगे और डांस करते-करते उनका पल्लू नीचे सरकता तो उनके ब्लाउज में से उछलते हुए बूब्स दिखते तो मुझमें जवानी मचलती थी.
फिर अचानक लाईट गुल हो गयी और अंधेरे में आंटी मुझसे चिपक गयी और बोली अतुल मेरे साथ में रहना, मुझे अंधेरे में डर लगता है. फिर मैंने कहा कि में आपके साथ ही हूँ घबराओ मत और में उनके साथ एक बार फिर चिपक गया जिससे उनके बूब्स मेरी छाती से दबे तो मुझे मज़ा आ गया, उनके बड़े-बड़े बूब्स मेरे सीने पर चुभ रहे थे, लेकिन मुझे हटने का मन नहीं कर रहा था. फिर मैंने धीरे से उनके बूब्स को दबा दिया तो वो कुछ नहीं बोली और फिर मैंने एक हाथ साड़ी के ऊपर से उसके चूतड़ पर फेर दिया और बोला आंटी घबराना नहीं, अभी लाईट आ जायेगी, तभी जनरेटर चलाने से कुछ रोशनी हुई.
फिर मैंने आंटी से कहा कि चलो बाहर लॉन में चलते है. जब हम लॉन में पहुँचे तो वहाँ बारिश के कारण कुछ कीचड़ था तो अचानक आंटी का पैर फिसला और वो ज़मीन पर गिरते-गिरते बची क्योकि मैंने उन्हें बाहों में थाम लिया था, लेकिन फिर भी साड़ी में नीचे की तरफ कीचड़ लग गया तो मैंने कहा कि आंटी चलो इसे साफ कर लो तो वो बोली कि यहाँ कहाँ पर होगा? तो में उन्हें ऊपर रूम में ले गया और कहा कि आप यहाँ बाथरूम में साफ कर लो और में बाहर रूम में बैठ गया.
बाथरूम में कीचड़ साफ करते-करते उनकी साड़ी गीली हो गयी थी तो उसने मुझे आवाज़ दी कि अतुल हेल्प मी. में अन्दर गया और उनकी मदद की और फिर थोड़ा सा दाग उनके पीछे की तरफ भी था तो मैंने वहाँ भी कपड़ा लगा कर पोछा. वहाँ साफ करने से उनके चूतड़ भी दब रहे थे. वो बोली कि बड़ी मुश्किल हो गयी है, मैंने कहा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि मेरी साड़ी भीग गयी है और पार्टी में भींगी साड़ी अच्छी नहीं लगेगी. तो मैंने उनसे कहा कि आप साड़ी खोल दो और उसे सुखा देते है और पंखे की स्पीड फुल कर देंगे तो साड़ी जल्दी सूख जायेंगी. वो राजी हो गयी, उसने साड़ी उतार दी और साड़ी को रूम में सुखा दिया.
फिर वो बोली कि अरे तुम्हारी जीन्स में भी पीछे की तरफ कीचड़ लग गया है लाओ में इसे भी साफ कर देती हूँ और उन्होंने गीले टावल से साफ करना शुरू किया तो मुझे बड़ा मज़ा आने लगा और मेरा लंड भी तन गया, लेकिन मेरी पेंट भी पीछे से गीली हो गई थी फिर में बाहर आया तो सोफे पर बैठने से पेंट सूख नहीं रही थी तो मैंने टावल लपेट लिया और पेंट उतार दी. फिर मैंने रूम में टी.वी चालू किया तो टी.वी पर बड़े ही हॉट डांस आ रहे थे और अब तो उनको पेटीकोट में देखकर मेरा लंड तन गया था. फिर मैंने कहा आंटी अब हम डांस करके टाईम पास करते है और म्यूजिक तो है ही.
आंटी बोली कि पागल है क्या? अभी कैसे डांस करेंगे? तो में बोला कि जैसे है वैसे ही डांस करेंगे और टाईम पास भी हो जायेगा. तो वो बोली कि चल डांस करते है और हम खड़े होकर हिलने लगे, आंटी ने ड्रिंक का एक पैक तो ले रखा था फिर वो बोली कि कोल्ड ड्रिंक पीते है. तो मैंने कहा कि आंटी फ़्रीज़ रखा है में उसमें देखता हूँ तो फ़्रीज़ में कोल्ड ड्रिंक्स और विस्की दोनों रखी थी.
फिर मैंने एक ग्लास में पेप्सी कोल्ड ड्रिंक्स डाला और उसमें थोड़ी सी विस्की भी मिला दी और आंटी को दे दी, लो आंटी यहाँ पेप्सी मिल गयी है. फिर उन्होंने ड्रिंक्स ख़त्म किया और वो मेरे कंधे पर अपनी गर्दन रख कर झूमने लगी. मैंने उनकी कमर में एक हाथ डाल रखा था और एक हाथ उनके कंधे पर रखा था तभी टी.वी पर बड़ा ही हॉट डांस आने लगा, लड़की बिकनी में आ गई थी और डांस के साथ उसकी ड्रेस भी कम होती जा रही थी. फिर में धीरे-धीरे कंधे से हाथ सरकाता हुआ आंटी की छाती पर ले गया और दूसरा हाथ कमर पर फेरने लगा, लेकिन वो कुछ नहीं बोली. टी.वी में वो डांस हॉट और सेक्सी था और जो लड़का साथ में था वो भी अंडरवियर में ही था और वे दोनों डांस के साथ लिप किस भी कर रहे थे. आंटी भी उसे देखकर मस्त हुए जा रही थी.
फिर मुझसे रहा नहीं गया तो में बोला कि आंटी क्या गजब का डांस है? ऐसे ही करते है ना. फिर मैंने आंटी के गाल पर किस किया, फिर कानो के पास और फिर उसने भी मुझे गाल पर एक किस किया. फिर मैंने तुरंत ही उनके होठों को चूम लिया और बोला कि आंटी तेरे होंठ कितने सुंदर है, मन करता है आज तो इनका रस पी लूं और मैंने एक जोरदार किस उनके होठों पर किया और साथ-साथ बूब्स दबा दिए तो आंटी बोली कि यह क्या कर रहा है तू?
में बोला कि आंटी प्लीज आज मज़े लेने दो ना, में तो तुम्हारे ऊपर मरता हूँ, क्या सेक्सी और जवान हो तुम? किसी भी रूप में कामदेव की देवी से कम नहीं हो और में उन्हें बाहों में भरकर किस करने लगा. फिर मैंने कहा कि आंटी अगर तुम बिकनी में इस तरह हो जाओ तो क्या सुंदर लगोगी? इसी बीच मेरा टावल खुलकर गिर गया और मेरा तना हुआ लंड अंडरवियर से बाहर आने लगा तो वो मुस्करा दी और बोली ये क्या हो गया है? जल्दी से ठीक कर. तभी मैंने आंटी के पेटीकोट का नाडा खींच दिया और वो भी थोड़ा नीचे खिसक कर उनके चूतड़ पर अटक गया.
अब मैंने आंटी के ब्लाउज में हाथ डाला और उनके बूब्स मसलने लगा और दूसरे हाथ से उनके पेटीकोट को नीचे सरका दिया जो अब नीचे आ गिरा था. अब तो आंटी पेंटी में थी और उनकी सेक्सी गोरी गोरी टाँगे व जाँघ देखकर में दंग रह गया. वो पेंटी में बहुत ही सेक्सी लग रही थी, हाय मेरी सोहिनी आंटी क्या चीज़ है? फिर मैंने झट से उनके ब्लाउज के बटन खोल दिए और आंटी से बोला कि इसे जल्दी उतारो ना, मुझे आज तुम्हारे छुपे हुए हुस्न को निहरना है और जैसे ही उन्होंने ब्लाउज उतारा तो वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी.
वो क्या सुंदर सेक्सी और मस्त लग रही थी पूछो मत. मेरे पास बयान करने के लिए शब्द नहीं है, उसके बड़े-बड़े बूब्स ब्रा से बाहर आने को बेताब थे और उनके बड़े-बड़े बाल जो उनके चूतड़ से टकरा रहे थे. वो उनकी नंगी कमर पर बड़े ही सुंदर लग रहे थे. तो में बोला कि आंटी तुम्हारे बाल इतने बड़े और सुंदर है तुम्हें तो ब्रा पेंटी की भी ज़रूरत नहीं है इससे ही कवर हो जायेंगे तुम कितनी लकी हो? भगवान ने तुम्हें एकदम फ़ुर्सत में बनाया है एक बार दिखाओ ना प्लीज कैसी लगोगी.
फिर मैंने उनके निप्पल को दबा दिया और अपनी जीभ उनके बदन पर फेरने लगा और उनकी नाभी तक आ गया और पेंटी के ऊपर से ही चूत के ऊपर दाँत गड़ा दिए. तो आंटी बोली कि तुम्हारी बड़ी हिम्मत बढ़ गयी है तो में बोला कि सामने ऐसी सेक्सी सुंदरी हो तो किसी का भी आउट ऑफ कंट्रोल हो जायेगा, मैंने तो नया- नया एकदम ज़वानी में कदम रखा है और अब तो सब कुछ भी हो गया था. फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उनका फेस पकड़ के अपने फेस के सामने किया तो हम दोनों की नजरे मिली. हम दोनों ने पहली बार खुलकर एक दूसरे को हवस के साथ देखा. अब जब सब कुछ मेरे लिए ठीक हो रहा था तो मैंने बिना देर किए धीरे से उनके माथे पर चूमा तो उन्होंने अपनी आंखे बंद कर ली. अब मैंने उनके गालों पर किस किया, फिर आँखों पर, फिर नाक पर, फिर गर्दन पर और अब बारी उनके गुलाबो से भी लाल कोमल होंठो की थी.
फिर मैंने उनके होठों को किस किया और फिर आंटी ने मुझे कसकर गले लगा लिया. अब मैंने बड़ी हिम्मत करके उनकी ब्रा का हुक खोल दिया और में सपने में भी नहीं सोच सकता था कि ये सब सच हो सकेगा. फिर ब्रा खुलते ही उनके बूब्स उछल कर बाहर आ गये. क्या बड़े बड़े बूब्स थे? और उन्होंने तुरंत ही अपने बाल सामने किए और मैंने उनके बालों की क्लिप खोल दी, उनके खुले घने बालों ने उनके बूब्स को ढक दिया था और मैंने अब उनकी पेंटी को भी नीचे खींच दिया और वो अब बिल्कुल नंगी खड़ी थी, लेकिन अपने बालों से चूची को ढका हुआ और नीचे उनकी चूत तक उसके बाल पहुँच रहे थे और बालों के बीच से उनके बूब्स साफ़ दिख रहे थे. ये सेक्सी सीन आज तक मेरी आँखों में नाच रहा है, शायद ये मेरी जिंदगी की सबसे सेक्सी और हसीन शाम थी और अब में उनके बूब्स पर टूट पड़ा और ज़ोर-ज़ोर से बूब्स दबाकर चूसने लगा. वो भी मौन करने लगी थी और अपनी चूचीयों को अपने हाथों से दबाकर मुझे पिला रही थी, में उनकी चूची को निचोड़ रहा था. मुझे ये सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था और आंटी मुझसे लिपटे हुए बोले जा रही थी और ज़ोर-ज़ोर से मेरी चूची को मसलो बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारे हाथों में जादू है.
आंटी मुझसे अपनी चूची चुसवाकर बहुत गर्म हो गयी थी और ज़ोर-ज़ोर से बड़बडाने लगी कि अतुल प्लीज़ और ज़ोर से मेरी चूची चूसो, इनको खूब दबाओ, दबा-दबा कर इनका सारा दूध पी जाओ, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. मेरे पूरे शरीर में कुछ कुछ हो रहा है. में भी पूरे ज़ोर-ज़ोर से उसकी चूची को पी रहा था. में उन्हें किसी भूखे बच्चे की तरह चूस रहा था.
मैंने आंटी से कहा कि अगर में तुम्हारा बच्चा होता तो में तुम्हारी चूची को अपने दातों से काट-काटकर चूसता, जिससे तुम्हें बहुत दर्द होता और मेरे इतना कहते ही आंटी बोली कि चलो ठीक है कुछ देर के लिए में तुम्हें अपना बेटा मान लेती हूँ, अब तुम मुझे माँ कहो और में तुम्हें बेटा कहूँगी अब जो करना है करो. ये सुनते ही मुझे और होसला मिला और मैंने उसके बूब्स पर ज़ोर से दाँत गड़ाकर उसे चूसना शुरू कर दिया. वो ज़ोर-जोर से कराह रही थी और में अब बहुत गर्म हो गया था.
फिर मैंने आंटी को बेड पर लेटा दिया और उनके ऊपर लेटकर उनके बूब्स को चूसने लगा और बूब्स को दोनों हाथ से दबाता गया और बोला आंटी तेरे बूब्स इतने बड़े-बड़े है, बहुत मज़ा आ रहा है, मन करता है कि आज इसे निचोड़कर सारा रस पी लूँ. तो वो बोली पीयो ना, तेरी इच्छा है पूरा मन भर कर पी ले, निचोड़ दे इनको पूरा उफफफफ्फ़ आहहहह्ह्ह्ह.
फिर मैंने उनके होठों को अपने मुँह में भरा और चूसने लगा, फिर बूब्स को दबाया और एक हाथ से उनकी चूत में फिंगरिंग करने लगा. वो मस्त हो चुकी थी. अब उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया और सहलाने लगी और बोली तेरा भी ये बहुत बड़ा है, लगता है कि पूरी मस्ती आयेगी और उसे ज़ोर-ज़ोर सहलाने लगी.
फिर उन्होंने मुझे ऊपर उठा दिया और मेरे लंड को अपने बूब्स के बीच में दबा लिया और बूब्स के बीच में दबाकर मसलने लगी, में भी मस्त हुआ जा रहा था. फिर मैंने भी अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसा दी थी तो वो बोली आह ओह क्या मस्ती आ रही है, आज मस्त कर दे, अब तो मुझसे बिल्कुल नहीं रहा जा रहा हैं.
मैंने झट से उनके बूब्स के निप्पल को ज़ोर से दबाया तो वो चिल्लाई और बोली चल रे अब जल्दी कर और मैंने झट से अपना लंड उनकी चूत पर रखा और एक झटका लगाया तो वो सरक कर अंदर चला गया और मुझे बहुत दर्द हुआ क्योंकि में वर्जिन था और ये मेरा पहला सेक्स था. फिर 5 मिनट रुका और आंटी को ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और फिर 2 या 3 धक्को में लंड चूत में पूरा अंदर डाल दिया. तभी वो बोली कि फाड़ डाल मेरी चूत को, बेटा कसकर चोद अपनी माँ की चूत को. आंटी के यह कहने से मुझमें जोश आ गया था. फिर मैंने धक्का लगाकर मेरा पूरा का पूरा लंड आंटी की चूत में घुसा दिया. वो इस बार ज़ोर से चिल्ला उठी आआ आआअहह ईईईईईईईई में समझ गया कि मेरा पूरा लंड आंटी कि चूत में घुस चुका था.
फिर वो बोली कि में सहन नहीं कर पा रही हूँ, बेटा तुम्हारा लंड बाहर निकाल दो. तो मैंने कहा मम्मी (आंटी) तुमने खुद मेरे लंड को दावत दी है तो लंड की भूख मिटाने के बाद ही में यह बाहर निकालूँगा. फिर वो बाद में कुछ नहीं बोली और में आंटी की चूत में लगातार धक्के लगा रहा था. फिर ऐसा 15 से 20 मिनट तक में आंटी को इसी पोज़िशन में चोदता गया, अब आंटी को भी मज़ा आ रहा था. वो अपनी गांड को उछालकर मुझसे चुदवा रही थी. फिर मैंने आंटी की चूत को ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया और थोड़ी देर के बाद आंटी झड़ गयी और शांत पड़ गयी. फिर मैंने आंटी को डॉगी स्टाइल में सोफे के सहारे खड़ा किया तो वो खड़ी हो गई.
फिर मैंने आंटी के पीछे जाकर पीछे की तरफ से चूत में अपना लंड डाल दिया, इस बार मेरा लंड एक ही धक्के में पूरा का पूरा आंटी की चूत में चला गया और मैंने उनके खुले बालों को पकड़ लिया जैसे कोई घोड़ी पर सवार होता है और में उसके बालों को हाथ में लेकर खींचता हुआ धक्का मारने लगा और आंटी ज़ोर से चीख उठी. उईईइ माँ धीरे-धीरे मेरे राजा, लेकिन मैंने आंटी की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और लंड को पीछे खींचकर जोरदार शॉट लगाया और मेरा लंड ज़ोर-ज़ोर से अंदर बाहर होने लगा और आंटी फिर से चीख उठी. फिर मैंने आगे की तरफ झुककर मम्मी की चूची को पकड़ लिया और सहलाने लगा. मेरा लंड अभी भी पूरा का पूरा आंटी की चूत के अंदर था. फिर कुछ देर के बाद आंटी को पीछे से चोदता रहा और कमर में हाथ डालकर उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा.
अब मैंने दोबारा आंटी के चूतड़ पकड़कर धीरे-धीरे कमर हिलाकर लंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया. आंटी को घोड़ी बनाकर चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा था, अब आंटी भी सिसकारी भरते हुए मज़ा लेने लगी थी. आंटी की मस्ती देखकर में भी जोश में आ गया और मैंने धीरे-धीरे अपनी रफ़्तार बड़ा दी और आंटी के बालों को अपने हाथों में ले लिया. मेरा लंड अब पूरी तेज़ी से अंदर-बाहर हो रहा था. मम्मी भी पूरी तेज़ी से कमर आगे पीछे करके मेरे लंड का मज़ा ले रही थी. लंड ऐसे अंदर-बाहर हो रहा था मानो इंजन का पिस्टन हो और पूरे कमरे में चुदाई की ठप-ठप की आवाज़ गूँज रही थी. जब आंटी के थिरकते हुए चूतड़ से मेरी जांघे टकराती थी तो ऐसा लगता जैसे कोई तबलची तबले पर ठप दे रहा हो. आंटी पूरे जोश में पूरी तेज़ी से चूत में उंगली अंदर-बाहर करती हुई सिसकारी भर रही थी, हम दोनों ही पसीने-पसीने हो गये थे, लेकिन कोई भी रुकने का नाम नहीं ले रहा था.
आंटी मुझे बार बार ललकार रही थी, चोद लो मेरे अतुल, चोद लो अपनी आंटी को, आज फाड़ लो इसे, शाबाश मेरे शेर और ज़ोर से और ज़ोर से, फाड़ डाली तुमने मेरी तो और में भी उछलकर शॉट लगा रहा था और पूरा का पूरा लंड बाहर खींचकर झटके से अंदर डालता तो आंटी की सिसकारी निकल जाती, मेरा लावा (वीर्य) अब निकलने वाला था. उधर आंटी भी अपनी मंज़िल के पास थी. तभी मैंने एक झटके से लंड निकाला और आंटी को सीधा लेटाकर उनकी चूत में जड़ तक अपने लंड को घुसा दिया. आंटी इसके लिए तैयार नहीं थी. में आंटी के बदन को पूरी तरह अपनी बाहों में समेट कर दनादन शॉट लगाने लगा.
आंटी भी संभल कर ज़ोर-ज़ोर से आह उहह करती हुई चूतड़ आगे-पीछे करके अपनी चूत में मेरा लंड लेने लगी, हम दोनों की सांस फूल रही थी और फिर मेरा ज्वालामुखी फूट पड़ा और में आंटी से चिपककर उसकी चूत में झड़ गया और अब आंटी भी झड़ने के करीब थी और आंटी चीख़ती हुई झड़ गयी.
अब हम दोनों उसी तरह से चिपके हुए पलंग पर लेट गये और थकान की वजह से सो गये. फिर में उनकी चूचीयों पर हाथ फेरने लगा और उसे चूसने लगा और अपनी जीभ फेरने लगा. फिर पेट के बीच से जीभ को उनकी नाभि तक ले आया और नीचे फेरने लगा, वो फिर से मस्त होने लगी. फिर उसने भी मेरा लंड मसलना शुरू कर दिया था. अब मैंने उनकी चूत के अगल बगल जीभ को फेरा और उसने मुझसे घुमकर लेटने को कहा और हम 69 की पोजिशन में आ गये, उनकी चूत की खुशबू बड़ी ही नशीली थी और में अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटने लगा और अंदर तक जीभ डाल दी और वो मेरे लंड को लॉलीपोप की तरह मुँह लेकर चूसने लगी, में बता नहीं सकता हूँ कि लंड चुसवाने में मुझे कितना मज़ा आ रहा था. आंटी के रसीले होंठ मेरे लंड को रगड़ रहे थे.
फिर आंटी ने अपने होंठ गोल करके मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया और मेरे अंडो को हथेली से सहलाते हुए सिर को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया, मानो वो मुँह से ही मेरे लंड को चोद रही हो.
में उनकी चूत को चूसे जा रहा था तो. वो बोली और ज़ोर से चूस चूत को, तो मैंने अपनी जीभ को पूरी की पूरी उनकी चूत में पेल दिया और चूत की अन्दर की दीवारों को सहलाने लगा. आंटी मस्ती से तिलमिला उठी और मेरे लंड को और जोर से चूसने लगी, हम दोनों को पूरी मस्ती आ रही थी. हाईईईई क्या मज़ा आ रहा है? अब अपनी जीभ को अंदर-बाहर करो ना, चोदो अतुल चोदो अपनी जीभ से चोदो मुझे, तुम मेरी डार्लिंग हो राजा, तुम ही तो मेरे असली सैयाँ हो, तुम पहले क्यों नहीं मिले? अब सारी कसर निकाल लूंगी, में बहुत तड़पी हूँ, हाँ चोदो मेरी चूत को अपनी जीभ से.
फिर मुझे भी पूरा जोश आ गया और आंटी की चूत में जल्दी जल्दी जीभ अंदर-बाहर करते हुए उसे चोदने लगा. आंटी अभी भी ज़ोर-ज़ोर से कमर उठाकर मेरे मुँह को चोद रही थी और मुझे भी इस चुदाई का मज़ा आने लगा था.
फिर मैंने अपनी जीभ को एक जगह स्थिर कर लिया और सिर आगे पीछे करके आंटी की चूत को चोदने लगा. तो आंटी का मज़ा दोगुना हो गया था. वो अपने चूतड़ को ज़ोर-ज़ोर से उठाती हुई बोली और ज़ोर से अतुल और ज़ोर से हाय मेरे प्यारे राजा बेटे, आज से में तेरी गर्लफ्रेंड हो गयी. अब में जिंदगी भर के लिए तुझसे चुदवाऊंगी. आह उईईइ माआ वो अब झड़ने वाली थी और उसने तुरंत लेटकर जांघे फैला ली और बोली तुरंत अपने इस लंड को चूत में अंदर डालो, अब में झड़ने वाली हूँ.
फिर मैंने अपना तना हुआ लंड आंटी की चूत में डाल दिया और ज़ोर-जोर से धक्के लगाने लगा और आंटी की चूत नीचे से उनका जवाब दे रही थी और घमासान चुदाई चल रही थी और फिर आंटी की सिसकारियां निकलने लगी. आह उईईईईईईईईईईई क्या कर रहा है? ज़ोर से चोदो राजा ऊह्ह्ह्हह जो हर समय चुदवाने के लिए बेचैन रहती है, चोदो और चोदो. अब तो में भी अपनी पूरी स्पीड में चुदाई करने लगा.
फिर में चूत से पूरा लंड निकालता और पूरी गहराई तक पेल रहा था. वो तो स्वर्ग की हवाओं में उड़ने लगी थी. क्या मजा आ रहा है मेरी सोहिनी रानी? हाय राजा और ज़ोर से बड़ा मजा आ रहा है और जोर से. ओह माँ ओह मेरे बेटा बहुत अच्छा लग रहा है. में भी अब ऊपर से कसकर धक्के पर धक्का लगाते हुए बोल रहा था कि हाय रानी तुम्हारी चूत ने तो आज मेरे लंड को पागल बना दिया है. वो तेरी सुंदर चूत को ऐसे चोदकर दीवाना हो गया है. जब तक तुम चाहोगी जन्नत की सैर करूँगा और कराऊंगा, मेरी आंटी बहुत मज़ा आ रहा है. फिर आंटी भी बोली उईईईईईई माँ चोदो चोदो और चोदो और जोर से चोदो राजा साथ साथ झड़ना. ओह हाईईईईईईईईई आ जाओ, चोद दो. ओह ओह अहह मेरे सनम आह्ह्हह्ह अब में नहीं रुक पाऊँगी. ओह में गई.
फिर कसकर दो चार धक्के लगाकर हम साथ-साथ में झड़ गए. सचमुच इस चुदाई से में बहुत खुश था और आंटी ने भी पूरी मस्ती में चुदाई का भरपूर मज़ा लिया था. अब हम दोनों झड़ चुके थे, फिर मैंने आंटी का जोरदार किस लिया और आंटी की चूचीयों के बीच सिर रखकर उनके ऊपर थोड़ी देर पड़ा रहकर और फिर अपनी सांसो को शांत करने के बाद उठ गया और बोला कि आंटी अब चलो तैयार हो जाओ नीचे सब ढूंढ रहे होंगे. फिर आंटी ने भी कपड़े पहन लिए, उनकी साड़ी सूख गयी थी और हम तैयार होकर नीचे पार्टी में चले गये.
राहुल की माँ का नाम सोहिनी है. वो बहुत ही सेक्सी लेडी थी, इतनी खूबसुरत की नूर उसके बदन के हर हिस्से से टपकता था, उनका गोरा रंग, काले-काले बाल और बालों की लटे जो उसके चेहरे पर थी, उससे तो वो और भी खूबसूरत और सेक्सी लगती थी. वो अपने शरीर की फिटनेस का काफ़ी ख्याल रखती थी. वो 45 साल की उम्र में भी 35 साल से ज़्यादा की नहीं लगती थी, उनका फिगर 36-30-36 था और कद 5 फुट 5 इंच था.
उनके काले-काले लम्बें सिल्क जैसे बाल जो कि उनके चूतड़ो को छूते थे तो वो उनको और भी सेक्सी बना देते थे, क्या कसा हुआ बदन, गोरा रंग, बड़े-बड़े गोलाई लिए बूब्स और सेक्सी सुंदरी के गुण भरे थे, कामदेव और रति ने उनमें सेक्स और सुंदरता भरपूर दी थी. उनके पति नेवी में सर्विस करते थे तो उनको ड्यूटी में लंबे समय के लिए जाना पड़ता था. वो करीब 6 महीने तक घर नहीं आते थे.
फिर उनको 15 दिनों की छुट्टी मिलती थी. यानी साल में दो बार वो 15 या 20 दिनों के लिए घर पर आते थे और बाकी समय आंटी अकेली रहती थी. पता नहीं उनका समय कैसे गुज़रता होगा और कैसे वो रात बिताती होगी. में हमेशा से उनकी तरफ आकर्षित होता था, तो उनसे कभी-कभी फ्लर्ट भी कर लेता था. वो बहुत ही हसीन और ख़ुशमिज़ाज किस्म की औरत थी. जब भी अंकल छुट्टियों में आते तो वो बहुत ही खुश रहती और नयी-नयी ड्रेस पहनती थी.
एक बार तो मैंने उनके चेहरे पर गहरे रंग का लाल निशान देखकर पूछ ही लिया आंटी ये क्या है? कल रात ज़रूर कोई खास बात थी क्या? तो वो बोली कि हट तू नहीं समझेगा. आंटी लो कट का ब्लाउज पहनती थी जिससे उनके बूब्स की गोलाई साफ दिखती थी. में जब भी उनसे मिलता तो उनके बूब्स और बॉडी को देखता रहता था. क्या बताऊँ? दोस्तों उनके बारे में वो बड़े-बड़े बूब्स मस्त मोटी गांड देखकर में आज भी मस्त हो जाता हूँ.
इस बार हम दोस्तों ने मिलकर एक होटल में एक न्यू ईयर पार्टी मनाने का कार्यक्रम किया, जिसमें सभी दोस्तो के घरवालों को भी बुलाया. मेरे माता-पिता आउट ऑफ स्टेशन होने के कारण नहीं आ पाये थे. हमने होटल में बड़े अच्छे ढंग से सारा डेकोरेशन किया कई तरह के गेम्स क्विज़, डांस पार्टी और खाने पीने का कार्यक्रम भी था. सभी दोस्त और उनके घरवालें सही समय पर आने लगे और में गेट पर खड़ा होकर सभी को गुलाब का फूल देकर उनका स्वागत कर रहा था.
तभी मेरे दोस्त राहुल की माँ सोहिनी आंटी गाड़ी से उतरी तो में उन्हें देखकर दंग रह गया. आज उन्होंने काली साड़ी पहनी हुई थी और लो कट स्लीव ब्लाउज, खुले बाल जो कि उनकी नंगी कमर को ढके हुए थे इन सभी से वो क्या सेक्सी लग रही थी? मैंने उनके हाथों में गुलाब का फूल देकर उनका स्वागत किया और फिर एक और फूल को उनके गाल पर छूते हुए कहा कि आपके लिए डबल वेलकम. फिर हम सभी अंदर हॉल में चले गये. थोड़ी ही देर में कार्यक्रम शरू हुआ. सबसे पहले पार्टी में गेम्स हुए, सभी ने गेम्स का आनंद लिया. में लॉटरी के एक दो गेम में उनका पार्ट्नर बना और हमने साथ में गेम खेला और गेम के बीच में कई बार मेरा और उनका बदन आपस में टकराया तो मेरे शरीर में करंट सा लगता था.
फिर पार्टी में डांस फ्लोर पर सबके पेरेंट्स और सबको सेलिब्रेशन के लिए डांस करने के लिए बुलाया तो में भी आंटी के साथ डांस फ्लोर पर चला गया और डांस करने लगा. अब मैंने आंटी के साथ फ्लर्ट करने की सोची और मैंने आंटी को ड्रिंक ऑफर किया. वो नेवी ऑफिसर की पत्नी होने के कारण कभी-कभी कार्यक्रम में ड्रिंक करती थी, मैंने उनसे कहा आज ग्रेट सेलिब्रेशन है और ड्रिंक का ग्लास उनके हाथ में दे दिया और उन्होंने पीना शुरू किया.
फिर ड्रिंक पीते वक़्त उनके होठों की अदा देखते ही बनती थी, तो आंटी ने पूछा अतुल तुम नहीं लोगे क्या? तो मैंने कहा कि में नहीं लेता. फिर उन्होंने कहा आज तो ले लो, तो में हंसकर बोला कि आंटी में आपके होठों से ही पी लूँगा जो इतने सुंदर लग रहे है और मैंने कहा में मजाक कर रहा हूँ. फिर हम साथ में डांस करने लगे और डांस करते-करते उनका पल्लू नीचे सरकता तो उनके ब्लाउज में से उछलते हुए बूब्स दिखते तो मुझमें जवानी मचलती थी.
फिर अचानक लाईट गुल हो गयी और अंधेरे में आंटी मुझसे चिपक गयी और बोली अतुल मेरे साथ में रहना, मुझे अंधेरे में डर लगता है. फिर मैंने कहा कि में आपके साथ ही हूँ घबराओ मत और में उनके साथ एक बार फिर चिपक गया जिससे उनके बूब्स मेरी छाती से दबे तो मुझे मज़ा आ गया, उनके बड़े-बड़े बूब्स मेरे सीने पर चुभ रहे थे, लेकिन मुझे हटने का मन नहीं कर रहा था. फिर मैंने धीरे से उनके बूब्स को दबा दिया तो वो कुछ नहीं बोली और फिर मैंने एक हाथ साड़ी के ऊपर से उसके चूतड़ पर फेर दिया और बोला आंटी घबराना नहीं, अभी लाईट आ जायेगी, तभी जनरेटर चलाने से कुछ रोशनी हुई.
फिर मैंने आंटी से कहा कि चलो बाहर लॉन में चलते है. जब हम लॉन में पहुँचे तो वहाँ बारिश के कारण कुछ कीचड़ था तो अचानक आंटी का पैर फिसला और वो ज़मीन पर गिरते-गिरते बची क्योकि मैंने उन्हें बाहों में थाम लिया था, लेकिन फिर भी साड़ी में नीचे की तरफ कीचड़ लग गया तो मैंने कहा कि आंटी चलो इसे साफ कर लो तो वो बोली कि यहाँ कहाँ पर होगा? तो में उन्हें ऊपर रूम में ले गया और कहा कि आप यहाँ बाथरूम में साफ कर लो और में बाहर रूम में बैठ गया.
बाथरूम में कीचड़ साफ करते-करते उनकी साड़ी गीली हो गयी थी तो उसने मुझे आवाज़ दी कि अतुल हेल्प मी. में अन्दर गया और उनकी मदद की और फिर थोड़ा सा दाग उनके पीछे की तरफ भी था तो मैंने वहाँ भी कपड़ा लगा कर पोछा. वहाँ साफ करने से उनके चूतड़ भी दब रहे थे. वो बोली कि बड़ी मुश्किल हो गयी है, मैंने कहा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि मेरी साड़ी भीग गयी है और पार्टी में भींगी साड़ी अच्छी नहीं लगेगी. तो मैंने उनसे कहा कि आप साड़ी खोल दो और उसे सुखा देते है और पंखे की स्पीड फुल कर देंगे तो साड़ी जल्दी सूख जायेंगी. वो राजी हो गयी, उसने साड़ी उतार दी और साड़ी को रूम में सुखा दिया.
फिर वो बोली कि अरे तुम्हारी जीन्स में भी पीछे की तरफ कीचड़ लग गया है लाओ में इसे भी साफ कर देती हूँ और उन्होंने गीले टावल से साफ करना शुरू किया तो मुझे बड़ा मज़ा आने लगा और मेरा लंड भी तन गया, लेकिन मेरी पेंट भी पीछे से गीली हो गई थी फिर में बाहर आया तो सोफे पर बैठने से पेंट सूख नहीं रही थी तो मैंने टावल लपेट लिया और पेंट उतार दी. फिर मैंने रूम में टी.वी चालू किया तो टी.वी पर बड़े ही हॉट डांस आ रहे थे और अब तो उनको पेटीकोट में देखकर मेरा लंड तन गया था. फिर मैंने कहा आंटी अब हम डांस करके टाईम पास करते है और म्यूजिक तो है ही.
आंटी बोली कि पागल है क्या? अभी कैसे डांस करेंगे? तो में बोला कि जैसे है वैसे ही डांस करेंगे और टाईम पास भी हो जायेगा. तो वो बोली कि चल डांस करते है और हम खड़े होकर हिलने लगे, आंटी ने ड्रिंक का एक पैक तो ले रखा था फिर वो बोली कि कोल्ड ड्रिंक पीते है. तो मैंने कहा कि आंटी फ़्रीज़ रखा है में उसमें देखता हूँ तो फ़्रीज़ में कोल्ड ड्रिंक्स और विस्की दोनों रखी थी.
फिर मैंने एक ग्लास में पेप्सी कोल्ड ड्रिंक्स डाला और उसमें थोड़ी सी विस्की भी मिला दी और आंटी को दे दी, लो आंटी यहाँ पेप्सी मिल गयी है. फिर उन्होंने ड्रिंक्स ख़त्म किया और वो मेरे कंधे पर अपनी गर्दन रख कर झूमने लगी. मैंने उनकी कमर में एक हाथ डाल रखा था और एक हाथ उनके कंधे पर रखा था तभी टी.वी पर बड़ा ही हॉट डांस आने लगा, लड़की बिकनी में आ गई थी और डांस के साथ उसकी ड्रेस भी कम होती जा रही थी. फिर में धीरे-धीरे कंधे से हाथ सरकाता हुआ आंटी की छाती पर ले गया और दूसरा हाथ कमर पर फेरने लगा, लेकिन वो कुछ नहीं बोली. टी.वी में वो डांस हॉट और सेक्सी था और जो लड़का साथ में था वो भी अंडरवियर में ही था और वे दोनों डांस के साथ लिप किस भी कर रहे थे. आंटी भी उसे देखकर मस्त हुए जा रही थी.
फिर मुझसे रहा नहीं गया तो में बोला कि आंटी क्या गजब का डांस है? ऐसे ही करते है ना. फिर मैंने आंटी के गाल पर किस किया, फिर कानो के पास और फिर उसने भी मुझे गाल पर एक किस किया. फिर मैंने तुरंत ही उनके होठों को चूम लिया और बोला कि आंटी तेरे होंठ कितने सुंदर है, मन करता है आज तो इनका रस पी लूं और मैंने एक जोरदार किस उनके होठों पर किया और साथ-साथ बूब्स दबा दिए तो आंटी बोली कि यह क्या कर रहा है तू?
में बोला कि आंटी प्लीज आज मज़े लेने दो ना, में तो तुम्हारे ऊपर मरता हूँ, क्या सेक्सी और जवान हो तुम? किसी भी रूप में कामदेव की देवी से कम नहीं हो और में उन्हें बाहों में भरकर किस करने लगा. फिर मैंने कहा कि आंटी अगर तुम बिकनी में इस तरह हो जाओ तो क्या सुंदर लगोगी? इसी बीच मेरा टावल खुलकर गिर गया और मेरा तना हुआ लंड अंडरवियर से बाहर आने लगा तो वो मुस्करा दी और बोली ये क्या हो गया है? जल्दी से ठीक कर. तभी मैंने आंटी के पेटीकोट का नाडा खींच दिया और वो भी थोड़ा नीचे खिसक कर उनके चूतड़ पर अटक गया.
अब मैंने आंटी के ब्लाउज में हाथ डाला और उनके बूब्स मसलने लगा और दूसरे हाथ से उनके पेटीकोट को नीचे सरका दिया जो अब नीचे आ गिरा था. अब तो आंटी पेंटी में थी और उनकी सेक्सी गोरी गोरी टाँगे व जाँघ देखकर में दंग रह गया. वो पेंटी में बहुत ही सेक्सी लग रही थी, हाय मेरी सोहिनी आंटी क्या चीज़ है? फिर मैंने झट से उनके ब्लाउज के बटन खोल दिए और आंटी से बोला कि इसे जल्दी उतारो ना, मुझे आज तुम्हारे छुपे हुए हुस्न को निहरना है और जैसे ही उन्होंने ब्लाउज उतारा तो वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी.
वो क्या सुंदर सेक्सी और मस्त लग रही थी पूछो मत. मेरे पास बयान करने के लिए शब्द नहीं है, उसके बड़े-बड़े बूब्स ब्रा से बाहर आने को बेताब थे और उनके बड़े-बड़े बाल जो उनके चूतड़ से टकरा रहे थे. वो उनकी नंगी कमर पर बड़े ही सुंदर लग रहे थे. तो में बोला कि आंटी तुम्हारे बाल इतने बड़े और सुंदर है तुम्हें तो ब्रा पेंटी की भी ज़रूरत नहीं है इससे ही कवर हो जायेंगे तुम कितनी लकी हो? भगवान ने तुम्हें एकदम फ़ुर्सत में बनाया है एक बार दिखाओ ना प्लीज कैसी लगोगी.
फिर मैंने उनके निप्पल को दबा दिया और अपनी जीभ उनके बदन पर फेरने लगा और उनकी नाभी तक आ गया और पेंटी के ऊपर से ही चूत के ऊपर दाँत गड़ा दिए. तो आंटी बोली कि तुम्हारी बड़ी हिम्मत बढ़ गयी है तो में बोला कि सामने ऐसी सेक्सी सुंदरी हो तो किसी का भी आउट ऑफ कंट्रोल हो जायेगा, मैंने तो नया- नया एकदम ज़वानी में कदम रखा है और अब तो सब कुछ भी हो गया था. फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उनका फेस पकड़ के अपने फेस के सामने किया तो हम दोनों की नजरे मिली. हम दोनों ने पहली बार खुलकर एक दूसरे को हवस के साथ देखा. अब जब सब कुछ मेरे लिए ठीक हो रहा था तो मैंने बिना देर किए धीरे से उनके माथे पर चूमा तो उन्होंने अपनी आंखे बंद कर ली. अब मैंने उनके गालों पर किस किया, फिर आँखों पर, फिर नाक पर, फिर गर्दन पर और अब बारी उनके गुलाबो से भी लाल कोमल होंठो की थी.
फिर मैंने उनके होठों को किस किया और फिर आंटी ने मुझे कसकर गले लगा लिया. अब मैंने बड़ी हिम्मत करके उनकी ब्रा का हुक खोल दिया और में सपने में भी नहीं सोच सकता था कि ये सब सच हो सकेगा. फिर ब्रा खुलते ही उनके बूब्स उछल कर बाहर आ गये. क्या बड़े बड़े बूब्स थे? और उन्होंने तुरंत ही अपने बाल सामने किए और मैंने उनके बालों की क्लिप खोल दी, उनके खुले घने बालों ने उनके बूब्स को ढक दिया था और मैंने अब उनकी पेंटी को भी नीचे खींच दिया और वो अब बिल्कुल नंगी खड़ी थी, लेकिन अपने बालों से चूची को ढका हुआ और नीचे उनकी चूत तक उसके बाल पहुँच रहे थे और बालों के बीच से उनके बूब्स साफ़ दिख रहे थे. ये सेक्सी सीन आज तक मेरी आँखों में नाच रहा है, शायद ये मेरी जिंदगी की सबसे सेक्सी और हसीन शाम थी और अब में उनके बूब्स पर टूट पड़ा और ज़ोर-ज़ोर से बूब्स दबाकर चूसने लगा. वो भी मौन करने लगी थी और अपनी चूचीयों को अपने हाथों से दबाकर मुझे पिला रही थी, में उनकी चूची को निचोड़ रहा था. मुझे ये सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था और आंटी मुझसे लिपटे हुए बोले जा रही थी और ज़ोर-ज़ोर से मेरी चूची को मसलो बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारे हाथों में जादू है.
आंटी मुझसे अपनी चूची चुसवाकर बहुत गर्म हो गयी थी और ज़ोर-ज़ोर से बड़बडाने लगी कि अतुल प्लीज़ और ज़ोर से मेरी चूची चूसो, इनको खूब दबाओ, दबा-दबा कर इनका सारा दूध पी जाओ, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. मेरे पूरे शरीर में कुछ कुछ हो रहा है. में भी पूरे ज़ोर-ज़ोर से उसकी चूची को पी रहा था. में उन्हें किसी भूखे बच्चे की तरह चूस रहा था.
मैंने आंटी से कहा कि अगर में तुम्हारा बच्चा होता तो में तुम्हारी चूची को अपने दातों से काट-काटकर चूसता, जिससे तुम्हें बहुत दर्द होता और मेरे इतना कहते ही आंटी बोली कि चलो ठीक है कुछ देर के लिए में तुम्हें अपना बेटा मान लेती हूँ, अब तुम मुझे माँ कहो और में तुम्हें बेटा कहूँगी अब जो करना है करो. ये सुनते ही मुझे और होसला मिला और मैंने उसके बूब्स पर ज़ोर से दाँत गड़ाकर उसे चूसना शुरू कर दिया. वो ज़ोर-जोर से कराह रही थी और में अब बहुत गर्म हो गया था.
फिर मैंने आंटी को बेड पर लेटा दिया और उनके ऊपर लेटकर उनके बूब्स को चूसने लगा और बूब्स को दोनों हाथ से दबाता गया और बोला आंटी तेरे बूब्स इतने बड़े-बड़े है, बहुत मज़ा आ रहा है, मन करता है कि आज इसे निचोड़कर सारा रस पी लूँ. तो वो बोली पीयो ना, तेरी इच्छा है पूरा मन भर कर पी ले, निचोड़ दे इनको पूरा उफफफफ्फ़ आहहहह्ह्ह्ह.
फिर मैंने उनके होठों को अपने मुँह में भरा और चूसने लगा, फिर बूब्स को दबाया और एक हाथ से उनकी चूत में फिंगरिंग करने लगा. वो मस्त हो चुकी थी. अब उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया और सहलाने लगी और बोली तेरा भी ये बहुत बड़ा है, लगता है कि पूरी मस्ती आयेगी और उसे ज़ोर-ज़ोर सहलाने लगी.
फिर उन्होंने मुझे ऊपर उठा दिया और मेरे लंड को अपने बूब्स के बीच में दबा लिया और बूब्स के बीच में दबाकर मसलने लगी, में भी मस्त हुआ जा रहा था. फिर मैंने भी अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसा दी थी तो वो बोली आह ओह क्या मस्ती आ रही है, आज मस्त कर दे, अब तो मुझसे बिल्कुल नहीं रहा जा रहा हैं.
मैंने झट से उनके बूब्स के निप्पल को ज़ोर से दबाया तो वो चिल्लाई और बोली चल रे अब जल्दी कर और मैंने झट से अपना लंड उनकी चूत पर रखा और एक झटका लगाया तो वो सरक कर अंदर चला गया और मुझे बहुत दर्द हुआ क्योंकि में वर्जिन था और ये मेरा पहला सेक्स था. फिर 5 मिनट रुका और आंटी को ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और फिर 2 या 3 धक्को में लंड चूत में पूरा अंदर डाल दिया. तभी वो बोली कि फाड़ डाल मेरी चूत को, बेटा कसकर चोद अपनी माँ की चूत को. आंटी के यह कहने से मुझमें जोश आ गया था. फिर मैंने धक्का लगाकर मेरा पूरा का पूरा लंड आंटी की चूत में घुसा दिया. वो इस बार ज़ोर से चिल्ला उठी आआ आआअहह ईईईईईईईई में समझ गया कि मेरा पूरा लंड आंटी कि चूत में घुस चुका था.
फिर वो बोली कि में सहन नहीं कर पा रही हूँ, बेटा तुम्हारा लंड बाहर निकाल दो. तो मैंने कहा मम्मी (आंटी) तुमने खुद मेरे लंड को दावत दी है तो लंड की भूख मिटाने के बाद ही में यह बाहर निकालूँगा. फिर वो बाद में कुछ नहीं बोली और में आंटी की चूत में लगातार धक्के लगा रहा था. फिर ऐसा 15 से 20 मिनट तक में आंटी को इसी पोज़िशन में चोदता गया, अब आंटी को भी मज़ा आ रहा था. वो अपनी गांड को उछालकर मुझसे चुदवा रही थी. फिर मैंने आंटी की चूत को ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया और थोड़ी देर के बाद आंटी झड़ गयी और शांत पड़ गयी. फिर मैंने आंटी को डॉगी स्टाइल में सोफे के सहारे खड़ा किया तो वो खड़ी हो गई.
फिर मैंने आंटी के पीछे जाकर पीछे की तरफ से चूत में अपना लंड डाल दिया, इस बार मेरा लंड एक ही धक्के में पूरा का पूरा आंटी की चूत में चला गया और मैंने उनके खुले बालों को पकड़ लिया जैसे कोई घोड़ी पर सवार होता है और में उसके बालों को हाथ में लेकर खींचता हुआ धक्का मारने लगा और आंटी ज़ोर से चीख उठी. उईईइ माँ धीरे-धीरे मेरे राजा, लेकिन मैंने आंटी की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और लंड को पीछे खींचकर जोरदार शॉट लगाया और मेरा लंड ज़ोर-ज़ोर से अंदर बाहर होने लगा और आंटी फिर से चीख उठी. फिर मैंने आगे की तरफ झुककर मम्मी की चूची को पकड़ लिया और सहलाने लगा. मेरा लंड अभी भी पूरा का पूरा आंटी की चूत के अंदर था. फिर कुछ देर के बाद आंटी को पीछे से चोदता रहा और कमर में हाथ डालकर उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा.
अब मैंने दोबारा आंटी के चूतड़ पकड़कर धीरे-धीरे कमर हिलाकर लंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया. आंटी को घोड़ी बनाकर चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा था, अब आंटी भी सिसकारी भरते हुए मज़ा लेने लगी थी. आंटी की मस्ती देखकर में भी जोश में आ गया और मैंने धीरे-धीरे अपनी रफ़्तार बड़ा दी और आंटी के बालों को अपने हाथों में ले लिया. मेरा लंड अब पूरी तेज़ी से अंदर-बाहर हो रहा था. मम्मी भी पूरी तेज़ी से कमर आगे पीछे करके मेरे लंड का मज़ा ले रही थी. लंड ऐसे अंदर-बाहर हो रहा था मानो इंजन का पिस्टन हो और पूरे कमरे में चुदाई की ठप-ठप की आवाज़ गूँज रही थी. जब आंटी के थिरकते हुए चूतड़ से मेरी जांघे टकराती थी तो ऐसा लगता जैसे कोई तबलची तबले पर ठप दे रहा हो. आंटी पूरे जोश में पूरी तेज़ी से चूत में उंगली अंदर-बाहर करती हुई सिसकारी भर रही थी, हम दोनों ही पसीने-पसीने हो गये थे, लेकिन कोई भी रुकने का नाम नहीं ले रहा था.
आंटी मुझे बार बार ललकार रही थी, चोद लो मेरे अतुल, चोद लो अपनी आंटी को, आज फाड़ लो इसे, शाबाश मेरे शेर और ज़ोर से और ज़ोर से, फाड़ डाली तुमने मेरी तो और में भी उछलकर शॉट लगा रहा था और पूरा का पूरा लंड बाहर खींचकर झटके से अंदर डालता तो आंटी की सिसकारी निकल जाती, मेरा लावा (वीर्य) अब निकलने वाला था. उधर आंटी भी अपनी मंज़िल के पास थी. तभी मैंने एक झटके से लंड निकाला और आंटी को सीधा लेटाकर उनकी चूत में जड़ तक अपने लंड को घुसा दिया. आंटी इसके लिए तैयार नहीं थी. में आंटी के बदन को पूरी तरह अपनी बाहों में समेट कर दनादन शॉट लगाने लगा.
आंटी भी संभल कर ज़ोर-ज़ोर से आह उहह करती हुई चूतड़ आगे-पीछे करके अपनी चूत में मेरा लंड लेने लगी, हम दोनों की सांस फूल रही थी और फिर मेरा ज्वालामुखी फूट पड़ा और में आंटी से चिपककर उसकी चूत में झड़ गया और अब आंटी भी झड़ने के करीब थी और आंटी चीख़ती हुई झड़ गयी.
अब हम दोनों उसी तरह से चिपके हुए पलंग पर लेट गये और थकान की वजह से सो गये. फिर में उनकी चूचीयों पर हाथ फेरने लगा और उसे चूसने लगा और अपनी जीभ फेरने लगा. फिर पेट के बीच से जीभ को उनकी नाभि तक ले आया और नीचे फेरने लगा, वो फिर से मस्त होने लगी. फिर उसने भी मेरा लंड मसलना शुरू कर दिया था. अब मैंने उनकी चूत के अगल बगल जीभ को फेरा और उसने मुझसे घुमकर लेटने को कहा और हम 69 की पोजिशन में आ गये, उनकी चूत की खुशबू बड़ी ही नशीली थी और में अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटने लगा और अंदर तक जीभ डाल दी और वो मेरे लंड को लॉलीपोप की तरह मुँह लेकर चूसने लगी, में बता नहीं सकता हूँ कि लंड चुसवाने में मुझे कितना मज़ा आ रहा था. आंटी के रसीले होंठ मेरे लंड को रगड़ रहे थे.
फिर आंटी ने अपने होंठ गोल करके मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया और मेरे अंडो को हथेली से सहलाते हुए सिर को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया, मानो वो मुँह से ही मेरे लंड को चोद रही हो.
में उनकी चूत को चूसे जा रहा था तो. वो बोली और ज़ोर से चूस चूत को, तो मैंने अपनी जीभ को पूरी की पूरी उनकी चूत में पेल दिया और चूत की अन्दर की दीवारों को सहलाने लगा. आंटी मस्ती से तिलमिला उठी और मेरे लंड को और जोर से चूसने लगी, हम दोनों को पूरी मस्ती आ रही थी. हाईईईई क्या मज़ा आ रहा है? अब अपनी जीभ को अंदर-बाहर करो ना, चोदो अतुल चोदो अपनी जीभ से चोदो मुझे, तुम मेरी डार्लिंग हो राजा, तुम ही तो मेरे असली सैयाँ हो, तुम पहले क्यों नहीं मिले? अब सारी कसर निकाल लूंगी, में बहुत तड़पी हूँ, हाँ चोदो मेरी चूत को अपनी जीभ से.
फिर मुझे भी पूरा जोश आ गया और आंटी की चूत में जल्दी जल्दी जीभ अंदर-बाहर करते हुए उसे चोदने लगा. आंटी अभी भी ज़ोर-ज़ोर से कमर उठाकर मेरे मुँह को चोद रही थी और मुझे भी इस चुदाई का मज़ा आने लगा था.
फिर मैंने अपनी जीभ को एक जगह स्थिर कर लिया और सिर आगे पीछे करके आंटी की चूत को चोदने लगा. तो आंटी का मज़ा दोगुना हो गया था. वो अपने चूतड़ को ज़ोर-ज़ोर से उठाती हुई बोली और ज़ोर से अतुल और ज़ोर से हाय मेरे प्यारे राजा बेटे, आज से में तेरी गर्लफ्रेंड हो गयी. अब में जिंदगी भर के लिए तुझसे चुदवाऊंगी. आह उईईइ माआ वो अब झड़ने वाली थी और उसने तुरंत लेटकर जांघे फैला ली और बोली तुरंत अपने इस लंड को चूत में अंदर डालो, अब में झड़ने वाली हूँ.
फिर मैंने अपना तना हुआ लंड आंटी की चूत में डाल दिया और ज़ोर-जोर से धक्के लगाने लगा और आंटी की चूत नीचे से उनका जवाब दे रही थी और घमासान चुदाई चल रही थी और फिर आंटी की सिसकारियां निकलने लगी. आह उईईईईईईईईईईई क्या कर रहा है? ज़ोर से चोदो राजा ऊह्ह्ह्हह जो हर समय चुदवाने के लिए बेचैन रहती है, चोदो और चोदो. अब तो में भी अपनी पूरी स्पीड में चुदाई करने लगा.
फिर में चूत से पूरा लंड निकालता और पूरी गहराई तक पेल रहा था. वो तो स्वर्ग की हवाओं में उड़ने लगी थी. क्या मजा आ रहा है मेरी सोहिनी रानी? हाय राजा और ज़ोर से बड़ा मजा आ रहा है और जोर से. ओह माँ ओह मेरे बेटा बहुत अच्छा लग रहा है. में भी अब ऊपर से कसकर धक्के पर धक्का लगाते हुए बोल रहा था कि हाय रानी तुम्हारी चूत ने तो आज मेरे लंड को पागल बना दिया है. वो तेरी सुंदर चूत को ऐसे चोदकर दीवाना हो गया है. जब तक तुम चाहोगी जन्नत की सैर करूँगा और कराऊंगा, मेरी आंटी बहुत मज़ा आ रहा है. फिर आंटी भी बोली उईईईईईई माँ चोदो चोदो और चोदो और जोर से चोदो राजा साथ साथ झड़ना. ओह हाईईईईईईईईई आ जाओ, चोद दो. ओह ओह अहह मेरे सनम आह्ह्हह्ह अब में नहीं रुक पाऊँगी. ओह में गई.
फिर कसकर दो चार धक्के लगाकर हम साथ-साथ में झड़ गए. सचमुच इस चुदाई से में बहुत खुश था और आंटी ने भी पूरी मस्ती में चुदाई का भरपूर मज़ा लिया था. अब हम दोनों झड़ चुके थे, फिर मैंने आंटी का जोरदार किस लिया और आंटी की चूचीयों के बीच सिर रखकर उनके ऊपर थोड़ी देर पड़ा रहकर और फिर अपनी सांसो को शांत करने के बाद उठ गया और बोला कि आंटी अब चलो तैयार हो जाओ नीचे सब ढूंढ रहे होंगे. फिर आंटी ने भी कपड़े पहन लिए, उनकी साड़ी सूख गयी थी और हम तैयार होकर नीचे पार्टी में चले गये.